श्री प्रह्लाद नारायण मित्तल (स्वर्गीय)/(Late) Sri Prahlad Narain Mittal

(मार्च १२, १९२१मार्च २७, १९८४ )

(स्वर्गीय) श्री प्रह्लाद नारायण मित्तल, (साहित्यिक-काल १९३६-१९७५) कलम से उध्रत पराधीन, अविभाजित भारत से लेकर स्वाधीन, विभाजित लेकिन राजनैतिक त्रासदी से भोगे हुऐ भारत के कल तक का सफ़र, जो शायद बहुतों का कल बाकी के लिये इतिहास. समाज में फैली कुरीतियों एवं संघर्ष की अंत:द्वंद की व्यथा पर अत्यंत तीक्ष्ण रचनात्मक, सारगर्भित, सटीक, सामयिक विचार, लेख, व्यंग, कवितायें, एकांकी, रूपक आदि सामाजिक, ऐतिहासिक, धार्मिक, वैज्ञानिक, देशभक्तिपूर्ण, फौजी, वीरतापूर्ण, राजनैतिक, सत्ताशाही, नौकरशाही आदि जीवन अनेक गूढ़ विषयों पर कटाक्ष.

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* उत्तर प्रदेश,भारत में जन्म.
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आगरा विकास प्राधिकरण, आगरा में ३५ वर्षों से कार्यरत हिन्दी साहित्य में अविरत अभिनव रूचि.
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साहित्यिक कार्यकाल १९३६ - १९७५.
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साथी साहित्यकारों की निगाह में उनकी अच्छी साख.
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समाज में कुरीतियों पर रचनात्मक सारगर्भित कटाक्ष.
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सभी देशी और विदेशी दैनिक, मासिक पत्र, पत्रिकाओं में प्रकाशित, भारतीय दूरध्वनि केन्द्र नई दिल्ली, आगरा तथा मथुरा में प्रसारित तथा मंचित.
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प्रारम्भिक रचना प्रायश्चित्तमें १९३६ तथा चोरअप्रैल 1946.
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विषयानुकूल, सामयिक, उपयुक्त, सम्बन्धित काल्पनिक.
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जाति, क्षेत्र, काल, समुदाय आदि का उल्लेख पूर्णतः संयोगिक है.
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रचनाओं/साहित्य के मुद्रण, प्रकाशन आदि का सम्पूर्ण स्वत्वाधिकार मेरे पास.
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अवाणिज्यिक प्रयोजन हेतु कहीं, कभी और कैसे भी उपयोग.
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समीक्षा, टिप्पणी, अथवा प्रशंसा असीम प्रेरणा का एक अमूल्य उत्प्रेरक.

My father (Late) Sri Pralhad Narain Mittal had produced several social, political, scientific, historical, highly volatile constructive criticism on current affairs, satires etc. During his literary life-span of 1936-1975, he earned due appreciation & repute amongst fellow laureates nationally & internationally through most Hindi weekly, monthly magazines & All India Radio, New Delhi, Mathura, Agra. His work would be followed in due course.

Your, sincere earnest efforts are highly solicited to kindly propagate, present and forthcoming work, to all your near and dear, provide your valuable acknowledgement/appreciation which in turn act as inevitable catalyst for our efforts.

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